दोस्तों जो लोग आलोचनाओं से नफरत करते हैं या उससे बचने की कोशिश करते हैं उनमे शायद हम भी शामिल हैं ऐसे लोगो के बारे में हमेशा नेगेटिव बाते बोली और सुनी जाती हैं | ये बात भी बिलकुल सच है की ज्यादातर लोग आलोचना सुनना पसंद भी नहीं करते हैं लेकिन ये भी सच है की कई लोग आलोचनाओं को बेहतर ढंग से हैंडल करते हैं चाहे आलोचना किसी अपने फॅमिली, दोस्त या टीचर की हो | ऐसे कुछ लोग इसे पर्सनल लेने के बजाय अपने अंदर की कमियों को सुधारने और सीखने का मौका मानते हैं और जिन्दगी बेहतर बनाते हैं |
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- ये ह्यूमन नेचर होता है की हमे अपनी कमियां जल्दी से नजर नहीं आती हैं ऐसे में अगर कोई हमे हमारी कमियां बताये तो हमे उसका एहसान मानना चाहिए ना की उसपर गुस्सा होना चाहिए |
- अक्सर हमारे टीचर, माता-पिता और अच्छे दोस्त हमारी आलोचना करते हैं इससे आप अपनी गलतियों को सुधार सकते हैं कोई आपकी गलतियाँ बताये तो सतर्क हो जाएँ और उसमे सुधार करें | दोस्तों बड़े-बड़े सफल लोग आलोचनाओं को अपने लिए बोनस पॉइंट मानते हैं जैसे फ्लिपकार्ट के संस्थापक कहते हैं की आमतौर पर आलोचना लाभदायक होती हैं |
- जब आप आलोचना को धैर्य पूर्वक सुनते हैं तो इससे आप एक बेहतर श्रोता बनते हैं इससे आप सामने वाले व्यक्ति के नजरिये का विश्लेषण करते हैं और हर तरह से बात को समझने का प्रयास करते हैं इससे हमे कई चीजे सीखने को मिलती हैं जो हमारी लाइफ के लिए किफायती हैं |
- रचनात्मक आलोचना के कारण आपको खुद के अंदर झाँकने का मौका मिलता है आपको जानने को मिलता है की इस दुनिया में कितने प्रकार के लोग मौजूद हैं और उनके विचार भी अलग-अलग होते हैं आपको अपनी कमजोरियों का पता चलता है और इसे आप अपनी ताकत में बदल सकते हैं |
- जब आप किसी की आलोचना को पॉजिटिव तरीके से स्वीकार करते हैं तो आप उसके प्रति बुरा नहीं सोचते हैं बल्कि आपके अंदर क्षमा का भाव आता है आपको पता चलता है की आप से भी गलतियाँ हो सकती हैं जिन्हें आप गलत समझते थे वे बाद में आपको सही लगते हैं |
- शेक्सपियर ने कहा है की प्रत्येक व्यक्ति के द्वारा की गयी निंदा सुन लीजिये, पर अपना निर्णय सुरक्षित रख लीजिये |
- हम जो भी चीजे करते हैं वो हमारे लिए बेस्ट होता है हम अपने नजरिये से ही चीजो को देखते हैं आलोचना से हमारा नजरिया बदल जाता है इससे हम वो चीजे भी देखते हैं जिनके बारे में हमने नहीं सोचा होता है |
- हैनरी फोर्ड को कौन नहीं जनता है उन्होंने भी अपनी लाइफ में कई आलोचनाओं का सामना किया और कई विफलता उनके सामने आई | उन्होंने अपने ऑटोमोबाइल के बिज़नस में कई शिकस्त झेली. लेकिन बाद में इन्ही शख्स ने ford motors की नीव रखी |
- आलोचना को पॉजिटिव तरीके से लेना हमे ये सिखाता है की खुद को सही साबित करने के लिए कभी रक्षात्मक नहीं बनना चाहिए | वर्ना आप रक्षात्मक बनने के चक्कर में कुतर्क करने लगते हैं जो आपकी कमजोरियों को सभी के सामने दर्शाता है | बहुत ज्यादा डिफेंसिव होने के कारण लोग आपको कुचलने लगते हैं वहीँ आलोचना को सही ढंग से लेने वाले लोगो में डिफेंसिव बनने की आदत खत्म हो जाती हैं |
- कोई भी परफेक्ट नहीं होता है यदि हर समय लोग आपके हाँ में हाँ मिलाते जाए तो आपके अंदर अभिमान आ जाएगा | लेकिन आपके आसपास आलोचक हैं तो आप अपनी आलोचना सुनना जानते हैं ऐसे में आप कभी भी घमंड में नहीं रहोगे |