पीयूष बंसल के सफलता की कहानी | Success Story Of Peyush Bansal In Hindi

हेलो दोस्तों आज के इस टॉपिक में हम बात करेंगे इंडिया के फेमस इंटरप्रेन्योर, सीईओ और को फाउंडर ऑफ़ lenskart पीयूष बंसल की, जो अभी के समय काफी छाये हुए है जब से वे शार्क टैंक इंडिया का हिस्सा बने हैं तब से हर इंडियन यूथ उन्हें फॉलो कर रहा है कैसे उन्होंने अपने बिज़नस को जीरो से शुरू करके आज 11 हजार करोड़ की कंपनी बना डाली है |

इस टॉपिक में हम पीयूष बंसल की लाइफ से जुडी वो सभी बातें आपको शेयर करेंगे की कैसे उनकी शुरुआत हुई और कैसे वो आज यहाँ तक पहुच पाए है जिससे आपको काफी मोटिवेशन भी मिलेगा |

Success Story Of Peyush Bansal In Hindi | Success Story Of Lenskart.com In Hindi

पीयूष बंसल जोकि दिल्ली के एक साधारण से परिवार से ताल्लुक रखते है उनका जन्म 26 अप्रैल 1985 को हुआ और अभी के समय उनकी उम 37 वर्ष हो चुकी है पीयूष बंसल अभी के समय शादीशुदा है और उनकी पत्नी का नाम निमिषा बंसल है |

पीयूष बंसल बचपन से ही पढाई में काफी होशियार थे और उनका सपना IIT में जाने का था लेकिन उनका IIT में सिलेक्शन नहीं हो पाया और फिर उन्होंने निश्चय किया की उन्हें विदेश जाकर अपनी स्टडी करनी चाहिए ललेकिन घर वालो के पास इतने पैसे नहीं थे की उन्हें बाहर भेज सकते लेकिन फिर भी जैसे तैसे उनके फॅमिली वाले मान गये |

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पीयूष बंसल ने अपनी कॉलेज की पढाई कनाडा के McGill university से अपनी B.tech In ESE में पूरी की, अपनी पढाई के दौरान वे एक होटल में वेटर की जॉब भी किया करते थे जिससे उनका खर्चा भी निकल जाए |

अपनी पढाई के दौरान उन्हें लगता था की उन्हें लाइफ में कुछ नया करना है जिसके बारे में वे सोचते रहते थे जिस होटल में वे जॉब करते थे वही उनके कॉलेज का एक सीनियर कोडिंग करता था जिसे देखकर उन्हें लगता था की ये ऐसा क्या करता है जिसके बाद उन्होंने उससे पुछा तो उनके सीनियर ने बताया की वे कोडिंग करते हैं तो पीयूष ने और अधिक जानने की कोशिश की तो उनके सीनियर ने उन्हें एक मोती सी किताब पकड़ा दी |

पीयूष बंसल अपनी पढाई के साथ साथ जब भी टाइम मिले तो प्रोगामिंग के बारे में पढ़ लिया करते थे जिससे उन्हें इसमें काफी रूचि बढ़ने लगी फिर उन्होंने भी ठान लिया की अब वे भी प्रोग्रामर बनेंगे और उन्होंने अपना एक मिशन बना लिए की उन्हें अब माइक्रोसॉफ्ट में ही जॉब करनी है लेकिन जबन उन्हें पता चला की माइक्रोसॉफ्ट उनके कॉलेज में प्लेसमेंट के लिए नहीं आती है तो फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और मेहनत करते रहे |

Success Story Of Peyush Bansal In Hindi

जब वे पहली बार माइक्रोसॉफ्ट में इंटरव्यू देने गये तो वे रिजेक्ट हो गये लेकिन उन्होंने फिर से कोशिश की और दूसरी बार में सेलेक्ट हो गये |

पीयूष बंसल ने करीब एक साल तक माइक्रोसॉफ्ट में काम किया उसी दौरान में बिल गेट्स से भी मिलने का मौका मिला और वो दिन उनके लिए काफी proud moment वाला था वे बताते है की उस एक साल में उन्हें जॉब करते हुए कई चीजे सिखने को मिली कैसे प्रोडक्ट पर काम किया जाता है और कैसे क्लाइंट की प्रॉब्लम सोल्व की जाती है |

अपनी जॉब के दौरान पीयूष को लगा की आखिर मै कब तक सॉफ्टवेयर अपडेट करता रहूँगा? मुझे खुद का कुछ करना चाहिए और ये निर्णय उन्होंने बहुत ही कम समय में लिया और वे इंडिया वापस लौट गये जिसके बाद उनके फॅमिली वाले काफी खुश थे की उनका बेटा इतने सालो बाद घर आया है और इस बात का भी थोडा दुःख था की अच्छी नौकरी छोड़ दी है |

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जब वे घर लौट गये थे तो उस समय उनके दिमाग में ऐसा कोई भी आईडिया नहीं था की क्या करना है बस वे यही सोच रहे थे की अपना खुद का बिज़नस करना है और उन्होंने अपने घर के कार गेराज को अपना ऑफिस बना लिया और 3 से 4 महीने यही सोचने में लगा लिए की आखिर क्या करना है |

फिर काफी brainstroming के बाद उन्हें आईडिया आया की क्यों न चश्मों का बिज़नस किया जाये वो भी एकदम अलग तरीके से जिसके लिए उन्होंने काफी रिसर्च किया तब उन्होंने जाना की पूरी दुनिया में 40 प्रतिशत लोगो को चश्मे की जरूरत है और इंडिया में 25% लोगो को चश्मे की जरूरत होती है |

तब उन्होंने ठान लिया की अब पूरी दुनिया को चश्मा पहनाना है वो भी स्टाइलिश तरीके से जिससे लोगो को आरामदायक भी लगे और वएक फैशन की तरह भी वे इसे इस्तेमाल कर सकते हैं |

वे जान गये थे की आँखों की कमजोरी आज के समय पूरी दुनिया में सभी को है और विज़न प्रॉब्लम कितनी घातक होती है ये सभी को पता है आँखों की समस्या आपके कार्य की क्वालिटी को खराब करता है जिससे आपकी प्रोडक्टिविटी पर भी असर पड़ता है |

तब जाकर पीयूष ने अपने बाकी दो पार्टनर के साथ मिलकर 2011 में Lenskart.com की शुरुआत की और वे अपने साथ इन्वेस्टर भी जोड़ते गये| शुरुआत में लोगो ने कहा की ये चश्मे का धंधा नहीं चलेगा लेकिन आप आज के समय देख सकते हो की कैसे पीयूष बंसल ने Lenskart को कहाँ से कहाँ तक पंहुचा दिया है |

आज के समय Lenskart के पूरे भारत में 500+ स्टोर, 150+ शहरो में और 50 लाख से भी ज्यादा ग्राहक हैं 2019 में lenskart एक यूनिकॉर्न बन चुकी थी और आज के समय lenskart की वैल्यूएशन 11 हजार करोड़ हो चुकी है अभी के समय पीयूष बंसल की कुल नेट वर्थ 600 से 700 करोड़ तक है |

जहाँ लॉक डाउन के समय पूरी दुनिया बंद थी और पूरा बिज़नस बंद था वहां lenskart को अपने नए ग्याहक जोड़ने का और मौका मिला गया जिसकी वजह से आज पीयूष बंसल एक सफल इंटरप्रेन्योर हैं जो आज की यूथ के लिए एक प्रेरणास्रोत हैं |

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Final Word :

दोस्तों पीयूष बंसल जिस तरह से आज के समय शार्क टैंक इंडिया शो के माध्यम से नए इंटरप्रेन्योर से जुड़े है और उनकी तरह और भी बाकि के लोग है जो इंडियन इंटरप्रेन्योर को काफी आगे ले जाने में मदद कर चुके है और लोग आज के समय अपनी इंटरप्रेन्योर की जर्नी शुरू करना भी चाहते हैं | अगर आप पीयूष बंसल को रियल लाइफ में फॉलो करते हो तो हमे कमेंट करके बता सकते हैं |

FAQs..

पीयूष बंसल की कुल नेट वर्थ कितनी है?

पीयूष बंसल की नेट वर्थ 600 से 700 करोड़ रूपये है |

पीयूष बंसल की उम्र कितनी है?

पीयूष बंसल की उमे 26 अप्रैल 1985 के हिसाब से 37 वर्ष हो चुकी है|

पीयूष बंसल की पत्नी का क्या नाम है?

पीयूष बंसल की पत्नी का निमिषा बंसल है|

पीयूष बंसल ने lenskart की शुरुआत कब की?

पीयूष बंसल ने lenskart की शुरुआत 2011 में की थी |

मेरा नाम vikram mehra है मै उत्तराखंड का रहने वाला हु मैंने अपनी कॉलेज की पढाई B.sc से की है और मै अपने इस ब्लॉग में लोगों को एक्सक्लूसिव जानकारी देता हु और ऐसा करना मुझे बहुत अच्छा लगता है

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